आओ ! साईलेंसर और साउंड चेक कर लें कही शहज़ादा रोड पर स्टंट की तय्यारी में तो नहीं ?
कल त्योहारों का दिन है हिन्दू -मुस्लिम दोनों ही समुदाय आज की रात अपने अपने त्योहार का आनंद लेने की तय्यरियो में लगे। कहीं रंगों को बिखेरने की उमंग है तो कहीं इबादतों में खो जाने की ललक।
इससे हट एक ऐसी भी युवा पीढ़ी है जो अभी अबोध और नादान है। जो सिर्फ आनंद अल्हड़पन और मनोरंजन और शौक को ही त्यौहार समझती है। पिछले सालों में कई बार देखा गया है कि दोनों ही समाजों का युवा वर्ग बाइकों से साईलेंसर हटाकर तेज़ पटाकों की आवाज़ करता हुआ स्टंट करता दिखाई देता है। जो या तो झगड़ों का कारण बना है या दुर्घटना का।
त्यौहार है हम सभी ज़िम्मेदार अभिवावकों की नैतिक ज़िम्मेदारी है कि अपने युवा होते बच्चों की ओर भी ध्यान दें।और उन पर ध्यान दें। क्योंकि ज़रा सी लापरवाही हमारे समाज को भी नुकसान पहुंचाती है और कभी कभी हमारे परिवार को भी। इसलिये आओ देख लें कहीं हमारे शहजादे होली और शब्बारात की तय्यारी बाइको के साईलेंसर निकालकर स्टंट करने में नहीं लगे हैं।