फैजगंज बेहटा मे बैंक के पास दुकानें बनी बीयर वार , पुलिस जानकर बनी अनजान
बदायूँ। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फैजगंज बेहटा मे प्रथमा ग्रामीण बैंक के पास दुकानें बनी बीयर वार , पुलिस जानकर बनी अनजान
बैंक ऐसा स्थान हैं जहां माताएं और बहनो का आना जाना लगा रहता हैं परंतु जब पास अंग्रेजी और देसी शराब का ठेका हो तो नजारा ही बदल जाता हैं शराब के ठेके से दारू खरीद कर घर जा कर दारू पीने का या लाइसेंस बार मे जा कर दारू पी सकते हैं परंतु ठेका तो दस बजे खुलता हैं परंतु दारू ठेके के पास दुकानें पर दारू सुबह 6 बजे से बिकनी शुरू हो जाती हैं और दुकानों पर शराबियो को बैठने को कुर्सी मेज दी जाती हैं कुछ शराबी तो दुकान पर खड़े होकर ही गटक लेते हैं अब शुरू होता हैं दुकानदारों का काला व्यापार जो 50पैसे के गिलास को दो रूपये मे बेचा जाता हैं और कई बार गिलास के रूपये को लेकर झगड़ा भी हो जाता हैं
शरावियो का जमघट शाम होते ही लग जाता हैं ऐसा नहीं हैं कि पुलिस की ड्यूटी नहीं लगाई जाती हैं परंतु ड्यूटी का अर्थ ही बदल जाता हैं कि सामने ही दारू पिलाई जाती हैं और पुलिस मूक दर्शक बनी रहती हैं शरावियों को दुकानदार डराते धमकाते हैं तेरे ऊपर एस सी एक्ट का मुकदमा लिखवा देगे क्योंकि चालाक दुकानदार ने अपनी दुकान पर एस सी के दो लडक़े रख लिए हैं जिस कारण दुकानदार अपनी मनमानी से शरावियो से रूपये ऐठने काम आसानी से किया जा रहा हैं सुबह दस बजे शाम दस बजे तक शरावियो का मेला लगा रहता है। पुलिस अभी तक कोइ भी कोई ठोस कार्य वाही नहीं कर पा रही हैं क्या कारण ऐसा हैं जिससे इतना दबाव मानती हैं की शराब के बेहटा अड्डे और ओरछी चौरहे पर खुली पिलाई जा रही हैं योगी सरकार मे खुले में दारू पिलाने को सख्त मना कर दिया हैं फिर भी दारू पिलाई जा रही है इसकी जिम्मेदारी किसकी हैं जिम्मेदार कार्यवाही से क्यों कतरा रहे हैं क्या एसे अधिकारियो पर कार्य वाही होगी